Tuesday, May 8, 2012

बाजु ए कातिल में दम इतना कि मरे हुओं पर वार करते हैं!
मुंबई से एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वास

एयर इंडिया प्रबंधन ने कड़ा कदम उठाते हुए आंदोलनकारी 14 पायलटों को
मंगलवार को बर्खास्त कर दिया और उनसे संबद्ध संगठन के दफ्तरों को सील कर
दिया। करीब 160 पायलटों के काम पर नहीं आने के बाद यह कदम उठाया गया
है।एअर इंडिया की हालत किसी से छुपी नहीं है। कर्मचारियों और पायलटों को
महीनों से वेतन नहीं मिल रहा है। परिजनों को लेकर भुखमरी की ​​नौबत है।
मरे हुए लोगो की बुलंद होती आवाज भी अब गवारा नहीं है। खैर मनाइये,
कोलइंडिया,ओएनजीसी,एलआईसी और एसबीआई, पोर्ट ​​ट्रस्ट, रेलवे और डाक में
निश्चिंत भाव से काम कर रहे लोगों, खुले बाजार की आग आपके आशियाने तक
पहुंच ही रही होगी। अब हिलेरिया के​​काम.अब सफर के बाद और प्रमव या सैम
पित्रौदा के राष्ट्रपति बनने के बाद, कोई दूसरा या तीसरा कठपुतली हो, तो
भी क्या फर्क पड़ता है, सरकारें बदल जायें, तो भी नहीं,१९९१ के बाद जारी
नवउदारवाद के दूसरे चरण में पूंजी निर्ममता की हर मंजिल तय कर लेगी और
सुधारों की राह आने वाली हर​ ​ विचारधारा, हर मुहिम को फतह कर लेगी। मरे
हुए लोग भी दोबारा मारे जायेंगे!

आज का दिन देश भर के हवाई यात्रियों के लिए मुसीबत का दिन बनकर आया है।
एक ओर देश की उड्डयन कम्पनी एयर इंडिया के तकरीबन 100 यात्री हड़ताल पर
चले गए हैं, तो दूसरी ओर तमाम हवाई अड्डों पर हाई अलर्ट जारी कर दिया गया
है।मानव बम के सम्भावित हमले की चेतावनी के बाद यह हाई अलर्ट जारी किया
गया है। सीआईएसएफ और एनएसजी की टीमें भी हाई अलर्ट पर हैं।सूत्रों के
अनुसार यह अलर्ट विशेष अलर्ट नहीं है, बल्कि एक तरह से सामान्य अलर्ट है।
वैसे इस खबर के बाद सावधानी बरतते हुए सभी हवाई अड्डों पर
सुरक्षा-व्यवस्था और चुस्त और चौबंद कर दी गई है।दो दिन पहले भी खुफिया
एजेंसियों ने गुजरात के लिए अलर्ट जारी किया था। अलर्ट के मुताबिक लश्कर
के कई आतंकी जामनगर की ऑयल रिफाइनरी, अहमदाबाद समेत गुजरात के कई शहरों
में हमला कर सकते हैं। खुफिया एजेंसियों ने 6 संदिग्ध आतंकियों की
तस्वीरें भी जारी की थीं।

इस चेतावनी के बाद पूरे गुजरात में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया था। अलर्ट
के मुताबिक आतंकियों के निशाने पर सिर्फ गुजरात ही नहीं है।हिलेरिया के
भारत दौरे के मध्य आतंकवाद के विरुद्ध युधद्द का यह वातावरण घना है।

खुफिया एजेंसियों ने महाराष्ट्र और पंजाब की सरकार को भी ऐसी ही चेतावनी
भेजी है। इसी इनपुट का असर है कि पंजाब के भटिंडा में बनी नई ऑयल
रिफाइनरी और जालंधर में ऑयल डिपो की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

दूसरी ओर एयर इंडिया से आज सफर करनेवाले यात्रियों की भी शामत आई है,
क्योंकि उसके 100 से अधिक पायलट अचानक और बिना सूचना दिए हड़ताल पर चले गए
हैं।ड्रीमलाइनर विमानों की ट्रेनिंग को लेकर पैदा हुए विवाद के बाद एयर
इंडिया के पायलटों का एक धड़ा हड़ताल पर चला गया है। मैनेजमेंट से बातचीत
नाकाम रहने के बाद करीब 100 पायलटों ने सोमवार से हड़ताल कर दी, जिसके
चलते कई उड़ानें प्रभावित हुई हैं। इनमें से ज्यादातर अंतरराष्ट्रीय
उड़ानें हैं।

भारत की यात्रा कर रही अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने उम्मीद
जताई है कि भारत ईरान से तेल का आयात कम करने पर ज़ोर देगा।अमेरिकी दबाव
में भारत के पिछले चार साल में ईरान से होने वाले कच्चे तेल के आयात में
उल्लेखनीय रूप से कमी आई है।इससे ईंधन संकट और गंभीर हो जाने से पहले से
डांवाडोल विमानन उद्योग की और दुर्गति होनी है। वर्ष 2008 में भारत जहां
ईरान से अपने कुल आयात का 16 फीसदी कच्चे तेल का आयात करता था जबकि अब यह
घटकर 10 फीसदी हो गया है। कांग्रेसनल रिसर्च सर्विस की रपट में कहा गया
है, वर्ष 2008 से भारत ने ईरान से कुल तेल आयात में कमी की है। भारत अपने
कुल तेल आयात के 10 फीसदी के बराबर कच्चे तेल का आयात ईरान से करता है
जबकि 2008 में 16 फीसदी तेल का आयात होता था।तीन दिवसीय यात्रा पर भारत
आई अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने राजधानी के होटल ताज में
मंगलवार को भारतीय विदेश ‌मंत्री एसएम कृष्‍णा से मुलाकात की। ‌‌मुलाकात
के बाद संयुक्त संवादाता सम्मेलन में हिलेरी क्लिंटन ने कहा कि आतंकवाद
के खात्मे के लिए हमें मिलकर लड़ना होगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका आतंक
के खात्मे के लिए प्रतिबद्ध है।

लेबर कोर्ट पहुंचने के डर से विजय माल्या ने पायलटों को 9 मई से सैलरी
देने का भरोसा दिलाया है।सूत्रों के मुताबिक बुधवार से किंगफिशर अपने
पायलटों को जनवरी की सैलरी देना शुरू कर देगी। ये भरोसा खुद विजय माल्या
ने 5 तारीख को ई-मेल के जरिए दिया है।

ईमेल में विजय माल्या ने ये भी कहा है कि मई के अंत तक पायलटों को फरवरी
की सैलरी का भी बड़ा हिस्सा दे दिया जाएगा।

दरअसल सैलरी न मिलने से परेशान पायलटों ने धमकी दी थी कि या तो 8 मई तक
सैलरी दी जाए नहीं तो किंगफिशर हड़ताल के लिए तैयार रहे। इस धमकी के बाद
ही विजय माल्या को अपनी ओर से सैलरी का भरोसा दिलाना पड़ा।

एयर इंडिया के करीब 100 पायलटों के काम पर नहीं आने के कारण एयर इंडिया
को कल मध्य रात्रि से 5 अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को रद्द करना पड़ा है।
पायलट इंडियन एयरलाइंस को बोइंग-787 ड्रीमलाइनर विमान देने की योजना का
विरोध कर रहे हैं। एयर इंडिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "हमने 10
पायलटों को बर्खास्त कर दिया है। आईजीपी की मान्यता रद्द कर दिया गया है
और इसके मुम्बई कार्यालय को जब्त कर लिया जाएगा। बीमार पायलटों के घर
चिकित्सकों को भेजा गया है और स्थितियों की करीबी से निगरानी की जा रही
है।"

इंडियन एयरलाइंस को बोइंग-787 विमान उपलब्ध कराने की योजना पर पायलट
सोमवार मध्य रात्रि से सामूहिक रूप से चिकित्सा अवकाश पर चले गए। एयर
इंडिया प्रबंधन सूत्रों के अनुसार यह कदम ऐसे समय पर उठाया गया है जब एयर
लाइन पहले से ही वित्तीय संकट से जूझ रही है।इस हड़ताल में आज ढाई सौ से
300 पायलट जुड़ सकते हैं, जिससे समस्या और गंभीर हो सकती है। हड़ताल की
वजह से अब तक पांच अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द हो चुकी हैं, जिनमें
दिल्ली-शिकागो, मुंबई-न्यू जर्सी, दिल्ली-टोरंटो और दिल्ली-हांगकांग की
उड़ानें शामिल हैं।

इन उड़ानों के रद्द होने की वजह से सैकड़ों मुसाफिरों को परेशानी का
सामना करना पड़ रहा है। खासकर दिल्ली और मुंबई में मुसाफिरों की परेशानी
की महसूस किया जा सकता है। यहां एयरपोर्ट पर मुसाफिर सामान लेकर पहुंचे
तो हैं, लेकिन उन्हें फ्लाइट कब मिलेगी यह पता नहीं। ज्यादातर मुसाफिरों
को एयरपोर्ट पहुंचने के बाद पता चला कि उनकी फ्लाइट रद्द की जा चुकी है।

नागर विमानन मंत्री अजित सिंह ने आंदोलन को अवैध करार दिया है। वहीं
एयरलाइन सूत्रों ने कहा है कि अगर पायलट आज शाम छह बजे तक काम पर नहीं
लौटे तो और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

एयर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि पायलटों के उपलब्ध नहीं होने के कारण
दिल्ली-टोरंटो, दिल्ली-शिकागो, मुंबई-नेवार्क तथा दिल्ली के रास्ते
मुंबई-हांगकांग उड़ानों को रद्द कर दिया गया है।

सूत्रों ने कहा कि करीब 160 पायलट काम पर नहीं आये। इसको देखते हुए
आंदोलन में शामिल कम से कम 14 पायलटों को बर्खास्त कर दिया गया है। इसमें
आंदोलन का नेतृत्व करने वाले इंडियल पायलट्स गिल्ड के पदाधिकारी भी शामिल
हैं।

सूत्रों के मुताबिक आईपीजी की मान्यता रद्द कर दी गयी है और उसके मुंबई
तथा दिल्ली में दफ्तर सील कर दिये गये हैं। इंडियन पायलट्स गिल्ड से
संबद्ध एयर इंडिया पायलटों का एक तबका बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्रशिक्षण
कार्यक्रम के पुनर्निर्धारण तथा करियर से जुड़े मामले को लेकर विरोध कर
रहा है।

नागर विमानन मंत्री ने एयर इंडिया के पायलटों की हड़ताल को अवैध करार देते
हुए कहा कि सार्वजनिक विमानन सेवा प्रदाता का प्रबंधन आंदोलन में शामिल
लोगों के खिलाफ उपयुक्त कार्रवाई करेगा। मंत्री ने कहा कि पायलटों की
प्रबंधन के साथ बातचीत चल रही थी। बातचीत के बीच में ही वे चिकित्सा
अवकाश पर चले गये जिसके कारण उड़ानों को रद्द करना पड़ा।सिंह ने
संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने बीमार होने की खबर दी है। उन्होंने हड़ताल
को लेकर कोई नोटिस नहीं दिया है। ऐसे में एयर इंडिया प्रबंधन के जो भी
नियम एवं कानून होंगे, उसके मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।

एयर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि पायलटों से आज शाम तक काम पर लौटने को
कहा गया है। और अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो प्रबंधन उनके खिलाफ कड़ी
कार्रवाई करेगा। सूत्रों ने कहा कि प्रबंधन ने उन पायलटों के घर डाक्टरों
की टीम भेजने का फैसला किया है, जिन्होंने चिकित्सा अवकाश लिया है।

इस बीच, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी समर्थित पायलटों के निकाय ने कहा है
कि वे प्रबंधन के साथ बातचीत करने को तैयार हैं। इंडियन पायलट्स गिल्ड के
अध्यक्ष तथा राकांपा नेता जितेन्द्र अवध ने कहा कि हम किसी भी समय बातचीत
करने के लिये तैयार हैं।

अजित सिंह ने कहा पायलटों की प्रबंधन के साथ बातचीत चल रही थी। बातचीत के
बीच में ही वे चिकित्सा अवकाश पर चले गये जिसके कारण उड़ानों को रद्द
करना पड़ा। उन्होंने रेखांकित किया कि एयर इंडिया अभी खराब दौर से गुजर
रही है और इसे चलाने के लिये जनता के करोड़ों रुपये इसमें लगाये गये हैं।
इस प्रकार के विरोध के लिये यह उचित समय नहीं है।

मंत्री ने कहा कि हड़ताल अवैध है। हड़ताल शुरू करने का तरीका है। हर वर्ग
की अपनी मांग और समस्याएं हैं लेकिन उसके रास्ते भी हैं।

दूसरी ओर आज बाजार में अचानक बिकवाली शुरू हो गई। आखिरी आधे धंटे में
गिरावट इतनी तेज हो गई कि सेंसेक्स एक झटके में 400 अंक लुढ़क गया। निफ्टी
ने भी 5000 का स्तर तोड़ दिया। लेकिन आखिर ऐसा क्या हुआ है कि बाजार सहम
गया। कल ही जीएएआर हटा था, इससे बाजार को खुश होना चाहिए ऐसे में गिरावट
समझ से परे है।

जीएएआर की राहत बाजार को दूसरे दिन तक नहीं संभाल पाई। शेयर बाजार आज
पूरे दिन दबाव में था और आखिर में जब रुपया टूटने लगा तो बाजार धड़ाम से
नीचे आ गया। शुरुआती कारोबार में आईटी शेयरों में बिकवाली से बाजार पर
दबाव बना। और दिन भर के कारोबार में बाजार शुरुआती दबाव से उबर नहीं
पाया। दरअसल कॉग्निजेंट के गाइडेंस में कटौती से आईटी शेयरों में बिकवाली
देखने को मिली। आज सेंसेक्स-निफ्टी 2 फीसदी से ज्यादा गिर गए। सेंसेक्स
में आज 350 अंक से ज्यादा की गिरावट थी, जबकि निफ्टी करीब 125 अंक फिसलकर
5,000 के नीचे आ गया।

हालांकि आज दिग्गजों के मुकाबले छोटे-मझौले शेयरों में गिरावट थोड़ी कम
थी। बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स करीब 1 फीसदी और मिडकैप इंडेक्स 1 फीसदी
से ज्यादा की गिरावट पर बंद हुआ। आज के कारोबार में हर 1 चढ़ने वाले शेयर
के मुकाबले गिरने वाले 2 शेयर थे।
आखिरकार बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 366.50 अंक
यानि 2.17 फीसदी की गिरावट के साथ 16,546.18 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं
एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 114.20 अंक यानि 2.25
फीसदी टूटकर 4,999.95 पर बंद हुआ। 18 जनवरी के बाद निफ्टी पहली बार 5,000
के नीचे बंद हुआ है।

आज के कारोबार के दौरान बाजार में टीसीएस, बीएचईएल, जिंदल स्टील, आईटीसी,
टाटा मोटर्स, जेपी एसोसिएट्स, एचसीएल टेक और रिलायंस इंफ्रा जैसे दिग्गज
शेयर 4.6-8 फीसदी की गिरावट पर बंद हुए। एलएंडटी, स्टरलाइट इंडस्ट्रीज,
एसबीआई, टाटा स्टील, एचडीएफसी बैंक, हीरो मोटोकॉर्प, टाटा पावर, एमएंडएम,
आईसीआईआईसी बैंक, विप्रो, इंफोसिस, बजाज ऑटो, ओएनजीसी, रिलायंस
इंडस्ट्रीज, मारुति, एचडीएफसी, सन फार्मा और सिप्ला में भी 0.5-3.5 फीसदी
की गिरावट दर्ज की गई। हालांकि कोल इंडिया, गेल इंडिया, हिंडाल्को,
एचयूएल, डीएलएफ, सेल और एशियन पेंट्स जैसे दिग्गज शेयर 0.15-2 फीसदी की
मजबूती पर बंद होने में कामयाब हुए।

मिडकैप शेयरों में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, इंडिया इंफोलाइन, वीएसटी,
पैंटालून रिटेल और मन्नापुरम फाइनेंस 6.5-12 फीसदी की गिरावट पर बंद हुए।
स्मॉलकैप शेयरों में सांवरिया एग्रो, अंजनेया लाइफ, केपीआईटी कमिंस,
बारट्रोनिक्स और क्वालिटी डेयरी 6-10 फीसदी की कमजोरी लेकर बंद हुए।

डॉलर के मुकाबले रुपये में आई थोड़ी मजबूती से तेल मार्केटिंग कंपनियों
की चिंताएं कम हुई हैं। साथ ही कच्चे तेल में आई नरमी की खबरों ने तेल
मार्केटिंग कंपनियों को राहत पहुंचाने का काम किया है। फिर भी इंडियन ऑयल
के डायरेक्टर (फाइनेंस) पी के गोयल का कहना है कि फिलहाल तेल मार्केटिंग
कंपनियों को रोजाना 570 करोड़ रुपये का घाटा हो रहा है।

पी के गोयल के मुताबिक फिलहाल पेट्रोल पर 7.17 रुपये प्रति लीटर, डीजल पर
13.91 रुपये प्रति लीटर, केरोसिन पर 31.49 रुपये प्रति लीटर और एलपीजी पर
480.50 रुपये प्रति सिलिंडर का घाटा तेल मार्केटिंग कंपनियों को उठाना
पड़ रहा है। पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतें ना बढ़ाने की सूरत में आईओसी
ने सरकार को एक्साइज ड्यूटी घटाने के लिए अर्जी दी है ताकि घाटा कम हो
सके।

पी के गोयल ने बताया कि डॉलर के मुकाबले 1 रुपये की मजबूती से तेल
मार्केटिंग कंपनियों का कुल घाटा 4,700 करोड़ रुपये से कम होता है। वहीं
कच्चे तेल में 1 डॉलर की नरमी से इंडियन ऑयल को 10.8 लाख डॉलर का फायदा
होता है। इंडियन ऑयल रोजाना 10.8 लाख बैरल कच्चा तेल खरीदता है।

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