Wednesday, 07 March 2012 19:09 |
नयी दिल्ली, सात मार्च (एजेंसी) वर्ष 2007 के विधानसभा चुनावों में सभी सर्वेक्षणों को धता बताते हुए अपने 'सोशल इंजीनियरिंग' के फार्मूले से स्पष्ट बहुमत हासिल करने वाली मायावती इस बार कोई कमाल नहीं कर सकीं । और उनकी पार्टी के लिए नतीजे करीब करीब एक्जिट पोलों के अनुसार ही रहे। केवल इंडिया टीवी ने बसपा को 122 से 130 सीटें मिलने की संभावना जताई थी, जिसके मुताबिक परिणाम बहुत पीछे रहा। वर्ष 2002 के चुनाव में भी तमाम एक्जिट पोल में मायावती को 75 से लेकर 94 तक सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया था लेकिन उन्होंने इससे अधिक 98 सीटें हासिल की थीं। 2002 में बसपा को सी..वोटर और आज तक के सर्वेक्षण में 83, इंडिया टुडे के एक्जिट पोल में 81 सीटों का पूर्वानुमान लगाया गया था। लेकिन मायावती ने इन सबसे बढ़कर 98 सीटें हथियाई । वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव में भी एसी नील्सन सर्वे में बसपा को 11 लोकसभा सीटें और एनडीटीवी के सर्वेक्षण में 17 सीटें आंकी गयी थीं लेकिन बसपा ने इनसे ज्यादा 19 सीटें हासिल कीं। |
Wednesday, March 7, 2012
इस बार सर्वेक्षणों को धता नहीं बता पाईं मायावती
इस बार सर्वेक्षणों को धता नहीं बता पाईं मायावती
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