Wednesday, March 7, 2012

अदालत के आदेश के बाद येदियुरप्पा की निगाहें फिर मुख्यमंत्री पद पर

अदालत के आदेश के बाद येदियुरप्पा की निगाहें फिर मुख्यमंत्री पद पर
Wednesday, 07 March 2012 16:26

बेंगलूर , सात मार्च (एजेंसी) अवैध खनन मामले में अपने खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को खारिज करने के कर्नाटक उच्च न्यायालय के आदेश के बाद बीएस येदियुरप्पा ने फिर से मुख्यमंत्री पद की कुर्सी हासिल करने के लिए आज नए सिरे से प्रयास करने का संकेत दिया।


भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से उन्होंने ''न्याय'' की उम्मीद व्यक्त की ।
खुश दिख रहे येदियुरप्पा ने पूजा के लिए मंदिर जाने से पहले यहां अपने निवास के बाहर संवाददाताओं से कहा , ''सत्यमेव जयते । ईश्वर और लोगों के आशीर्वाद से मुझे अदालत से न्याय मिल गया । मैंने न्यायपालिका का हमेशा से सम्मान किया है ।''
अवैध खनन के मामले में लोकायुक्त संतोष हेगड़े की रिपोर्ट में अपना नाम लिए जाने के कारण येदियुरप्पा को 31 जुलाई को मुख्यमंत्री पद से हटना पड़ा था ।
उन्होंने कहा , ''मैं किसी चीज के लिए नहीं कह रहा । फैसला करना आलाकमान का काम है । मेरा अपने पार्टी नेतृत्व में शत प्रतिशत विश्वास है कि वह मेरे साथ न्याय करेगा ।''

प्राथमिकी रद्द किए जाने के उच्च न्यायालय के आदेश से येदियुरप्पा द्वारा मुख्यमंत्री के रूप में वापसी के लिए नए सिरे से प्रयास किए जाने की उम्मीद बढ़ गई है । इस पद को हासिल करने के येदियुरप्पा के हाल के प्रयासों को उस समय झटका लगा था जब भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने उन्हें दो टूक जवाब देते हुए कहा था कि उन्हें भ्रष्टाचार के आरोपों से मुक्त होना होगा ।
सत्तर वर्षीय लिंगायत नेता ने हालांकि मुख्यमंत्री पद पर दावे के लिए दिल्ली जाने से इंकार किया ।
येदियुरप्पा ने लोकायुक्त रिपोर्ट में अपने खिलाफ कथित षड्यंत्र रचने वाले लोगों का नाम बताने से इंकार कर दिया । उन्होंने कहा ''मैं अब किसी का नाम नहीं लेना चाहता ।''
अदालत द्वारा लोकायुक्त रिपोर्ट के खंड...22 को भी निरस्त करने का आदेश दिया गया जिसके तुरंत बाद येदियुरप्पा के कुछ समर्थकों ने उनके घर जाकर उन्हें बधाई दी । खंड...22 अवैध खनन में येदियुरप्पा की भूमिका को लेकर था ।

 

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