Sunday, March 18, 2012

त्रिवेदी के इस्तीफे पर विचार कर रहें प्रधानमंत्री

त्रिवेदी के इस्तीफे पर विचार कर रहें प्रधानमंत्री

Monday, 19 March 2012 09:40

जनसत्ता संवाददाता व एजंसी

नई दिल्ली/ कोलकाता, 19 मार्च। दिनेश त्रिवेदी ने आखिरकार रविवार रात रेल मंत्री के पद से त्यागपत्र दे दिया।

प्रधानमंत्री को कल शाम रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी का इस्तीफा मिला है लेकिन यह विचाराधीन है।
रेल बजट में यात्री किराया बढ़ाने को लेकर ममता की नाराजगी के बाद पांच दिन से जारी नाटक पर भी विराम लग गया। त्रिवेदी ने शनिवार को कहा था कि वे तब तक त्यागपत्र नहीं देंगे, जब तक तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी उन्हें यह निर्देश लिखित में नहीं देतीं। 
त्रिवेदी ने दिल्ली मेंं संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने स्थिति की पुष्टि करने के लिए उन्हें (ममता) फोन किया। उन्होंने मुझसे कहा कि पार्टी का फैसला है कि मुझे पद छोड़ देना चाहिए। चंूकि तृणमूल कांग्रेस मुझे रेल मंत्री बनाने में सहायक थी और ममता बनर्जी के निर्देश काफी साफ थे कि यह फैसला पार्टी ने किया है और एक कार्यकर्ता के रूप में मुझे पार्टी अनुशासन का पालन करना चाहिए। मुझे इसी तरह से प्रशिक्षण मिला है। समझा जाता है कि त्रिवेदी का यह फैसला प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से उन्हें पद छोड़ने के लिए निर्देश के बाद आया है। कांग्रेस नेतृत्व और प्रधानमंत्री ने ममता को भरोसा दिया था कि त्रिवेदी को बदलने की उनकी मांग आम बजट पेश किए जाने के बाद मानी जाएगी। 
कोलकाता में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए कहा कि त्रिवेदी ने उन्हें फोन करके बताया कि वह त्यागपत्र दे रहे हैं। ममता ने दिल्ली रवाना होने से पहले कहा कि उन्होंने (त्रिवेदी) मुझे फोन किया और बताया कि वह पार्टी के फैसले का पालन करेंगे और अपना त्यागपत्र भेज देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि त्रिवेदी ने उन्हें बताया कि वह पार्टी के साथ ही रहेंगे।  

त्रिवेदी ने कहा- मुझे यह मौका देने के लिए पार्टी नेता ममता बनर्जी, पूरे कैबिनेट और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को धन्यवाद देना चाहिए। रेलवे और देशहित के लिए मैं जो कुछ थोड़ा कर सकता था, मैंने उसके लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया। मुझे इस बात की बहुत खुशी है। मैं रेलवे बोर्ड और रेल परिवार के 14 लाख कर्मचारियों का आभार जताता हूं। उन्होंने कहा- लोगों को इस बात को सुनिश्चित करना चाहिए कि रेलवे अच्छी स्थिति में रहे। मैं सुरक्षा को लेकर काफी चिंतित हूं और मैंने जो कुछ भी किया वह सुरक्षा के लिए किया।
ममता ने बुधवार रात को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर मांग की कि त्रिवेदी को हटाकर उनके स्थान पर पार्टी के अन्य मनोनीत सदस्य जहाजरानी मंत्री मुकुल राय को रेल मंत्री बनाएं। इस पर प्रधानमंत्री और कांग्रेस नेतृत्व ने उन्हें भरोसा दिया कि त्रिवेदी को आम बजट पेश किए जाने के कुछ दिनों बाद बदल दिया जाएगा। 
त्रिवेदी के त्यागपत्र नहीं दिए जाने पर ममता ने तृणमूल कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली आने का फैसला किया जिसमें त्रिवेदी को इस्तीफा देने का निर्देश संबंधी प्रस्ताव पारित होने की संभावना थी। यह बैठक सोमवार को होगी। तृणमूल कांगे्रस सूत्रों ने कहा कि पार्टी उम्मीद करती है कि कांग्रेस नेतृत्व त्रिवेदी को हटाने पर अपने वचन पर कायम रहेगा। दिन में त्रिवेदी ने अपने आवास के बाहर संवाददाताआें से कहा- मैं अपने मंत्रालय से चिपके रहना नहीं चाहता लेकिन वहां से भागना भी नहीं चाहता। प्रधानमंत्री को उस पर (त्यागपत्र) फैसला करना है। मंत्रालय में कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए। रेलवे किसी की जागीर नहीं है।

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