Thursday, 15 March 2012 09:41 |
अंबरीश कुमार दूसरा बड़ा सौभाग्य यह था कि जब पहली बार 1999 में कन्नौज से चुनाव लड़ा, तो खुद जनेश्वर मिश्र मेरा नामांकन कराने आए थे। राजनीति का क ख तो मैंने तभी उन्हीं से सीखा। उन्हें देख कर न सिर्फ बोलना सीखा बल्कि बहुत कुछ ऐसा भी सीखा जो राजनीति में आज भी बहुत काम आता है। समाजवाद क्या होता है, सही मायनों में उनसे ही सीखा। जब पहली बार क्रांति रथ लेकर उत्तर प्रदेश के दौरे पर निकला तो जनेश्वर मिश्र ने ही हरी झंडी दी थी। अखिलेश यादव उन लोगों में से हैं, जो आज भी लाल टोपी पहनते हैं और लोहिया का नारा देते हैं। किसी कांग्रेसी के सर पर कभी भी गांधी टोपी नजर नहीं आएगी पर अखिलेश यादव समाजवादी चोले में उस पार्टी को लैपटाप तक पहुंचा चुके हैं, जिसकी पहचान कुछ साल पहले तक लाठी से हुआ करती थी। अखिलेश यादव ने उद्योगपतियों को राज्य में कानून व्यवस्था की अनुकूल स्थिति और राज्य के नागरिकों को सभी चुनावी वायदे पूरे करने का भरोसा दिलाया। यादव ने कहा हम राज्य को खुशहाली के रास्ते पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम अपनी जिम्मेदारी समझते हैं और समाजवादी पार्टी की नई सरकार राज्य को प्रगति के पथ पर ले जानेवाले निर्णय लेने में हिचकेगी नहीं। उन्होंने कहा-मुख्यमंत्री का पद शासन-सत्ता के लिए नहीं है बल्कि जनता की सेवा करने का अवसर है और इसे पूरी निष्ठा के साथ निभाऊंगा। अखिलेश ने यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी की उनकी सरकार में नए और अनुभवी दोनों ही लोगों का तालमेल होगा। मंत्रिमंडल छोटा होगा और इसमें हर वर्ग का प्रतिनिधित्व होगा। उन्होंने कहा कि बेकारी भत्ता देने का वायदा जरूर पूरा किया जाएगा। |
Wednesday, March 14, 2012
वादा किया है तो देंगे बेरोजगारी भत्ता: अखिलेश
वादा किया है तो देंगे बेरोजगारी भत्ता: अखिलेश
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