Saturday, 18 February 2012 10:46 |
जनसत्ता ब्यूरो उधर एनसीटीसी के गठन को लेकर गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्रियों के विरोध को केंद्र सरकार ने यह कहते हुए नकार दिया है कि इसके गठन से राज्यों के अधिकारों का किसी तरह हनन नहीं होगा। वहीं एनसीटीसी की आलोचनाओं को लेकर केंद्रीय गृह सचिव आर के सिंह ने कहा कि एनसीटीसी देशहित में है। इसके बारे में अधिसूचना जारी करने से पहले राज्यों से सलाह मशविरा करने की कोई जरूरत नहीं थी। इसका गठन मौजूदा कानूनों के तहत ही हो रहा है। एनसीटीसी पर तृणमूल कांग्रेस व दूसरे विपक्षी दलों के विरोध को तवज्जो नहीं देते हुए कांग्रेस ने कहा कि इनके कुछ प्रावधान राजग के शासन काल के दौरान बने थे जब 2002 में विवादास्पद पोटा पास हुआ था। पार्टी प्रवक्ता रेणुका चौधरी ने पत्रकारों से कहा कि राजग सरकार में कई सहयोगी थे जब कठोर कानून पारित हुआ था। जब कठोर कानून बनाए गए थे तो इनमें कई लोग उनसे जुड़े थे। कानून की समीक्षा व इसे वापस लेने को लेकर ममता बनर्जी के प्रधानमंत्री को लिखे पत्र के बाद उनकी यह टिप्पणी आई है। तृणमूल और बीजद दोनों 2002 में राजग सरकार में शामिल थे। चौधरी ने आतंकवाद से निपटने के लिए सामूहिक जिम्मेदारी की भी बात की। पार्टी के एक और प्रवक्ता मनीष तिवारी ने भी एनसीटीसी के मूल में राजग सरकार को बताते हुए कहा कि राजग सरकार के दौरान गठित मंत्री समूह की अनुशंसाओं के तहत एनसीटीसी का गठन हो रहा है। रेणुका चौधरी ने उन सवालों का जवाब नहीं दिया कि ममता बनर्जी का यह प्रयास क्या अमित्रवत है या वे यूपीए के विवेक को जगाने का काम कर रही हैं या वे विपक्ष के साथ हो गई हैं। चौधरी ने कहा कि हम हमेशा उन्हें सहयोगी के रूप में देखते हैं। हमारा उनसे कोई झगड़ा नहीं है। राज्य सरकार में हम उनकी मजबूरियों को समझते हैं और प्रशंसा करते हैं। |
Friday, February 17, 2012
सर्वोच्च आतंकवाद निरोधक संगठन बनाने के केंद्र सरकार के प्रस्ताव के खिलाफ गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्रियों और भाजपा शासित राज्यों के साथ ही कांग्रेस के सहयोगी तृणमूल ने कड़ा विरोध किया है। ममता बनर्जी के साथ कुल आठ मुख्यमंत्री पुरजोर तरीके से इसके खिलाफ खड़
सर्वोच्च आतंकवाद निरोधक संगठन बनाने के केंद्र सरकार के प्रस्ताव के खिलाफ गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्रियों और भाजपा शासित राज्यों के साथ ही कांग्रेस के सहयोगी तृणमूल ने कड़ा विरोध किया है। ममता बनर्जी के साथ कुल आठ मुख्यमंत्री पुरजोर तरीके से इसके खिलाफ खड़े हो गए हैं।
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