Wednesday, February 8, 2012

जब लता ने गाने से मना कर दिया

जब लता ने गाने से मना कर दिया

Wednesday, 08 February 2012 16:05

इंदौर, आठ फरवरी (एजेंसी) 'मेरी चढ़ती जवानी तड़पे...' के बोलों वाले बॉलीवुड गीत में लता मंगेशकर की आवाज के अल्हड़ जादू का अहसास कई श्रोताओं ने किया है। लेकिन यह बात कम ही लोग जानते होंंगे कि जब सुरों की मलिका ने पहली बार ये बोल पढेÞ थे तो इन पर एतराज जताते हुए इस गीत को अपनी आवाज देने से साफ इंकार कर दिया था।

यह खुलासा मशहूर संगीतकार राजेश रोशन ने आज किया, जिन्होंने फिल्म 'दिल तुझको दिया' :1987: का यह हिट गीत लिखा था और इसकी धुन तैयार की थी। 
रोशन ने मध्यप्रदेश सरकार का 27 वां राष्ट्रीय लता मंगेशकर सम्मान ग्रहण करने से पहले यहां संवाददाताओं से कहा, 'जब लताजी ने स्टूडियो में रिकॉर्डिंग के पहले इस गाने के बोल पढे तो वह नाराज हो गयीं। जब मैंने उन्हें भरोसा दिलाया कि यह गाना हिट साबित होगा, वह तब भी नहीं मानीं और अपने एक सहयोगी को बुलाकर कहा कि वह रिकॉर्डिंग नहीं करना चाहतीं।' 

मशहूर संगीतकार ने बताया, 'जब मैंने इस गीत पर लताजी का यह रुख देखा तो मुझे घबराहट हुई। फिर मैंने उन्हें फिल्म चित्रलेखा के उस गाने की याद दिलायी, जिसके बोलों में नायिका कलियों की सेज सजाने का जिक्र करती है। इस गाने को मेरे पिता रोशन ने संगीतबद्ध किया था और इसे लताजी ने अपनी आवाज दी थी।' 
'जूनियर रोशन' ने अतीत की मीठी यादों में खोते हुए बताया, 'मेरी बात सुनते ही लताजी मुस्कुराने लगीं और कहा कि अगर उन्होंने रोशन साहब का यह गाना गाया है तो वह मेरे गीत 'मेरी चढ़ती जवानी तड़पे...' को भी अपनी आवाज देंगी।' 
मशहूर संगीतकार ने एक सवाल पर कहा कि वह अपने फिल्मकार भाई राकेश रोशन के शाहकारों में इसलिये बेहतर संगीत दे पाते हैं, क्योंकि उन्हें राकेश के बैनर में सृजन की पूरी आजादी मिलती है।

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