चिट्ठी–पत्री :भगतदा का जाना और उत्कृष्ट पत्रकारिता
चिट्ठी–पत्री :भगतदा का जाना और उत्कृष्ट पत्रकारिता
लेखक : नैनीताल समाचार :: अंक: 10 || 01 जनवरी से 14 जनवरी 2012:: वर्ष :: 35 :January 16, 2012 पर प्रकाशित
भगत दा जैसे लोग बहुत कम हैं इस दुनिया में, जहाँ अक्सर अपने सीमित ज्ञान के बावजूद, बोलने में दबंगता के बलबूते अपनी बात मनवाने वाले लोग भरे पड़े हैं। विविध विषयों पर गहरी जानकारी रखते हुए भी अपने कथन की अभिव्यक्ति में सरल, नम्र और वचन संयमी होना उनका व्यक्तित्व था। विशेषकर सहकारिता के सिद्धांत की उनकी गहरी जानकारी थी और उसके आधार पर काम किये जाने के प्रति उनकी गहरी आस्था एवं रुचि थी। नैनीताल समाचार को वर्तमान सहकारी स्वरूप प्रदान करने में उन्हीं का योगदान है। नैनीताल समाचार को ऊँचाइयों तक ले जाने और आत्मनिर्भर बनाने की उनकी महत्वाकांक्षा थी, जो विविध कारणों से संभव नहीं हो पायी।
अलविदा भगत दा, हम तुमको भुला नहीं पाएँगे।
देवेन्द्र नैनवाल
शिविर: हल्द्वानी
आजकल नैनीताल समाचार में वरिष्ठ पत्रकार आनन्द बल्लभ उप्रेती जी का लेख 'घामतपवे भाबर से साइबर युग में फटक मारता हल्द्वानी' पढ़ रहा हूँ। सच में मुझे मेरी दादी की याद आ गयी। चूँकि दादी भी वहीं की रहने वाली थी। गौलापार जाने वाले पुल की सुन्दरता, चारों ओर खेती बाड़ी एवं घना जंगलों की बातें वो अकसर किया करती थीं। आनन्द दा का यह लेख सभी का ज्ञानवर्द्धन तो करता ही है, साथ में आज की पीढ़ी को हल्द्वानी के विकास के क्रम को भी समझाता है। आनन्द दा दिल से बधाई के पात्र हैं।
नैनीताल समाचार में राजीव दा का फिल्म फेस्टिवल एवं भवनों के अवैध निर्माण पर और विनीता यशस्वी का पेड न्यूज पर अनुवाद एवं इस अंक पर महेश जोशी जी का कोसी नदी के पार सड़क बना कर अल्मोड़ा-भवाली मोटर मार्ग से आने वाली परेशानी से निदान, उत्कृष्ट न्यूज के उदाहरण हैं। युवा पत्रकारों को इनसे बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। आप सभी को मेरा साधुवाद।
अरुण रौतेला
स्टोनले कम्पाउण्ड, नैनीताल
संबंधित लेख....
- चिट्ठी–पत्री : हर शाख में उल्लू बैठा है। न जाने उत्तराखण्ड का क्या होगा
आपके नियमित रूप से प्राप्त होने वाले अंक मैं एक रात्रि में ही पूरा पढ़ जाता हूँ और अकसर आक्रोश होता ... - चिट्ठी पत्री : ऐसी विशेषतायें बिरले लोगों में ही होती हैं
15-30 जून अंक में 'ये समस्यायें सुनने वाले' के जरिये लेखक ने जगह-जगह उग आए तथाकथित नेताओं (जिन्हें ल... - चिट्ठ्ठी – पत्री: संपादक नैनीताल समाचार के नाम खुला खत
आपका सम्मानित पाक्षिक (15-30 अप्रैल 2010) का अंक मुझे कुछ साथियों ने उपलब्ध कराया। आपकी ओर से अक्सर ... - चिट्ठी-पत्री : पद+दायित्व-लालबत्ती=सरकारी खजाने के सेहतमंद दीमक
समस्त नैनीताल समाचार परिवार को नव वर्ष व मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनायें। कुछ समय पहले आपके ... - चिट्ठी-पत्री : गिरदा की बरसी का अंक, आपदाओं की बरसी का अंक
नैनीताल समाचार के माध्यम से जो सत्य निष्पक्ष एवं सटीक सूचना प्राप्त होती है वह अन्य समाचार पत्रों से...
No comments:
Post a Comment