Sunday, February 12, 2012

शरद पवार और बाल ठाकरे में ऐसी ठनी है, जिसकी कोई नजीर नहीं


शरद पवार और बाल ठाकरे में ऐसी ठनी है, जिसकी कोई नजीर नहीं

पवार ने शिव सेना पर 40000 करोड़ रुपये का घोटाला करने का आरोप लगाया था। इसके जवाब में 86 वर्षीय ठाकरे ने पवार को उनके साथ सम्पत्तियों की अदला-बदली करने की चुनौती दी।

मुंबई से एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वास



महाराष्ट्र में मराठा मानुष कंकर्तव्यविमूढ़ है। नजारा ही ऐसा है। महापालिका चुनाव इतना घमासान हो रहा है कि एक ओर उद्धव औराज ठाकरे आमने सामने है तो दूसरी ओर शरद पवार और बाल ठाकरे में ऐसी ठनी है, जिसकी कोई नजीर नहीं है। पवार ने शिव सेना पर 40000 करोड़ रुपये का घोटाला करने का आरोप लगाया था। इसके जवाब में 86 वर्षीय ठाकरे ने पवार को उनके साथ सम्पत्तियों की अदला-बदली करने की चुनौती दी।  बाल ठाकरे ने अपने मुखपत्र 'सामना' में कांग्रेस की तुलना मुगलों से की। साथ ही राज्य के मुख्यमंत्री के लिए असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल किया। बाल ठाकरे के मुताबिक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण कुर्सी के चिपके हुए खटमल हैं और शिवसेना को खत्म करने वालों का दावा करने वालों के चेहरे पर जनता कालिख पोतेगी।

मुंबई में ऐसी सर्दी का अहसास लोगों को अरसा नहीं हुआ होगा।मुंबई में जहां दिसंबर-जनवरी में लोग हाफ शर्ट पहनकर समंदर के किनारे टहला करते थे। इस बार तो ठंड का कहर ऐसा बरपा कि मुंबईवासी पिछले दो दिनों से शीत लहर महसूस कर रहे हैं। स्वेटर और जर्सियां निकल आई हैं। वाचमैनों द्वारा रात काटने के लिए जलाए गए अलावों के पास साहब लोग भी हाथ फैलाकर सिसकारी भरते दिखाई दे रहे हैं। मुंबई में पारा 8.8 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया। मुंबई के लिए यह असामान्य कहा जा सकता है।पर सियासी गरमी इतनी तेज है कि मुंबईकरों को सर्द मौसम से भी कोई  ज्यादा फर्क नहीं पड़ रहा। हर कोई चुनाव में बिजी है। खुद न लड़​ ​रहे हो तो दोस्तों को लड़वा रहे हैं। इस झंझावात में अराजनीतिक लोग भी फंसते जा रहे हैं।सचिन की सौंवीं सेंचुरी के लिए वेट करते हुए अघा गे मुंबईकरों के लिए सियासी आपाधापी के बीच अच्छी खबर यह है कि
बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन के पेट की सर्जरी हो गई है। डॉक्टरों के मुताबिक बिग बी का ऑपरेशन सफल रहा है और उनकी तबीयत ठीक है। सर्जरी के लिए वह मुंबई के 'सेवन हिल्सÓ अस्पताल में शुक्रवार देर रात भर्ती हुए थे। अस्पताल जाते समय उनके साथ बेटा अभिषेक, बहू ऐश्वर्या और पत्नी जया भी थीं । बच्चन के बेटे बॉलीवुड स्टार अभिषेक बच्चन ने ट्वीट कर अमिताभ के कुशलक्षेम के बारे में उनके प्रशंसकों को जानकारी दी है।



दूसरी ओर मनपा चुनाव प्रचार में जुटे एनसीपी के मुखिया शरद पवार का मानना है कि मुंबई शहर का विकास जैसा होना चाहिए, वैसा नहीं हो पाया। उनके मुताबिक गठबंधन में खींचतान तो होती ही है, पर हमारा (कांग्रेस-एनसीपी का) गठजोड़ टूटेगा नहीं। एनबीटी के साथ बेबाक बातचीत में पवार ने खुलकर कहा कि राज और उद्धव अपनी कमियों को ढंकने के लिए बालासाहेब की शैली अपनाते हैं। उन्होंने कहा, आमतौर पर जिला परिषद या मनपा चुनाव में प्रचार नहीं करता, मगर मुंबई के गिरते हालात को देखकर परेशान हूं। देश की आर्थिक नब्ज वाला यह शहर, जिसने मेरे जैसे लोगों को बड़प्पन दिया है। यह शहर मेहनत करने वालों को दो वक्त का खाना देना नहीं भूलता, हर आदमी को उसकी कूवत के बराबर इज्जत देता है।

पवार ने शक जताया कि मुंबई मनपा में सत्ता के दौरान शिवसेना ने 40,000 करोड़ रुपए की धांधली की है। मुंबई में महानगरपालिका चुनाव प्रचार की शुरुआत के लिए  बांद्र इलाके की रैली में पवार ने कहा-मैंने एक निजी टीवी चैनल पर शिवसेनाप्रमुख बाल ठाकरे के भतीजे राज को यह आरोप लगाते हुए सुना कि मुंबई मनपा में शिवसेना ने 40,000 करोड़ रुपए का भ्रष्टाचार किया है। ये मुमकिन हो सकता है, क्योंकि जितनी जानकारी परिवार के सदस्य को होती है, उतनी हमें नहीं हो सकती। कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस ने साझा रूप से रैली का आयोजन किया था, जिसमें मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण भी मौजूद थे।

इस बीच मनपा चुनाव के मद्देनजर मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने शिवसेना-भाजपा पर हमले जारी रखे हैं। शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे का महत्व होने के दावे के बाद मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि कुछ पार्टियां सिर्फ मुंबई मनपा के बलबूते चल रही हैं।

मुंबई मनपा में पिछले 17 सालों से शिवसेना-भाजपा की सत्ता है।  मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ पार्टियां मुंबई मनपा के सहारे चल रही हैं। नतीजा मनपा प्रशासन और मुंबई में रहने वालों को नुकसान सहन करना पड़ रहा है। इसका आप कुछ भी मतलब निकाल सकते हैं। मुख्यमंत्री का मानना है कि कांग्रेस-राकांपा के बीच गठबंधन नहीं होने के कारण मुंबई में सेक्युलर वोटों का विभाजन होता रहा है और 17 सालों तक शिवसेना-भाजपा गठबंधन ने इसका फायदा उठाया।

चुनाव के मद्देनजर मुंबई में परप्रांतीयों की अहमियत समझते हुए पवार ने उनकी सराहना की। राकांपा अध्यक्ष ने कहा, देश के कोने-कोने से आए लोगों ने अपने योगदान से मुंबई के विकास में मदद की। लेकिन इन 17 सालों में शिवसेना-भाजपा ने मुंबई को बर्बाद कर डाला। राष्ट्रवादी कांग्रेस अध्यक्ष शरद पवार ने शिवसेना पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि शिवसेना के लिए मुंबई महानगरपालिका सोने का अंडा देने वाली मुर्गी है, जिसे वह अपने कब्जे में रखना चाहती है।शरद पवार ने मुंबई की बदहाली का खुलासा करते हुए कहा कि 50 साल पहले की मुंबई से तुलना करें, तो बेचैन हो जाएंगे। मुंबई बंदरगाह इंपोर्ट-एक्सपोर्ट का केंद्र हुआ करता था, ढाई लाख मजदूर काम करते थे, ये पूरा कामकाज जेएनपीटी बंदरगाह में सरक गया। भारत आने वाले 54 प्रतिशत लोग मुंबई एयरपोर्ट पर उतरा करते थे। इनके आने से नौकरी-धंधे चलते थे, वो इकॉनमी ढीली पड़ गई। कपड़ा मिलों का बेस भी मुंबई था, जिनमें काम करने वाले ढाई लाख मजदूर घटकर 15 हजार रह गए। इंजिनियरिंग उद्योग बंद हो गए। श्रमिकों की नगर का चेहरा बदलकर ये सविर्स सेक्टर के आईटी, बैंकिंग इश्योरेंस के काम-धंधे तक सिमटकर रह गई है। बीएमसी में जिनकी हुकूमत है, उनकी लीडरशिप को इन मुद्दों का अंदाज ही नहीं है। समस्या से निपटने की बजाय बाहरी लोगों का रेला रोकने की बात करते हैं। ये इसका हल नहीं है। नगरी सुविधाओं पर दबाव बढ़ा है, तो उसका दर्जा सुधारा जाना चाहिए। अगले 50 सालों तक की प्लानिंग करनी चाहिए। वॉटर सप्लाई, रास्ते, स्वास्थ्य, प्राइमरी शिक्षा का पुराना ढर्रा बदलना होगा।

जबकि मनसे के प्रमुख राज ठाकरे ने कहा कि शिव सेना, कांग्रेस और राकांपा के प्रत्याशी चुनाव जीतने के काबिल नहीं हैं।

मुम्बई के समीप ठाणे शहर में एक रैली को संबोधित करते हुए राज ठाकरे ने कहा कि उनकी पार्टी इस शहर के लिए बेहतर काम करेगी।उन्होंने मतदाताओं से मनसे को जिताने की अपील की और जरूरी परिवर्तन लाने का वादा किया।

राज ठाकरे ने कहा, "आपने शिव सेना को शासन चलाने का पर्याप्त मौका दिया और अब परिवर्तन का समय आया है. आपको दोनों में से एक को चुनना है. आप या तो अगले पांच साल बदहाली झेलते रहिए या बेहतरी के लिए बदलाव लाइए."


उन्होंने कहा कि कांग्रेस और राकांपा सभी गलत कार्यो के लिए शिव सेना को जिम्मेदार ठहराती है, लेकिन जब कांग्रेस और राकांपा को सत्ता मिली तो उन्होंने शहर में विकास के लिए कुछ भी नहीं किया।

राज ठाकरे ने पूरे शहर में अवैध रूप से होर्डिग लगवाने के लिए शिव सेना की भी आलोचना की.



शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने केंद्रीय मंत्री शरद पवार की जम कर आलोचना की। उन्होंने यह भी मांग की की अदालतों में शपथ लेने के लिए धार्मिक पुस्तकों के इस्तेमाल पर बैन होना चाहिए।

ठाकरे मुम्बई में 16 फरवरी को होने वाले निकाय चुनावों के मद्देनजर ठाणे में एक विशाल रैली को सम्बोधित कर रहे थे। ठाकरे ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार की जमकर आलोचना की।

ठाकरे ने ठाणे में हजारों की भीड़ को सम्बोधित करते हुए पार्टी को धर्मनिरपेक्ष बताया। उन्होंने कहा, 'मेरी पार्टी के कार्यकर्ताओं खासतौर पर महिलाओं ने 1992-93 के दंगों के समय कई मुस्लिम लोगों को बचाया था। मेरी पार्टी जाति, धर्म, क्षेत्र और वंश के आधार पर कभी भी पक्षपात नहीं करती।'

ठाकरे ने राज्य के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण पर निशाना साधा। चौहान ने कहा था कि बाल ठाकरे राज्य की राजनीति में अपनी महत्ता खो चुके हैं। शिवसेना प्रमुख ने कहा, 'अगर मेरा महत्व नहीं है तो मैं इतनी भीड़ कैसे इकट्ठी कर सकता हूं? क्या शरद पवार, अजित पवार और पृथ्वीराज इतनी भीड़ जमा कर सकते हैं?'

उन्होंने आशा जताई कि शिवसेना और बीजेपी-आरपीआई (अठावले) गठबंधन बीएमसी चुनावों में जीत हासिल करेगा।

बाल ठाकरे ने कहा कि अदालतों में शपथ लेने के लिए धार्मिक किताबों के इस्तेमाल पर बैन कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके बदले बाबा साहेब आंबेडकर के संविधान का प्रयोग किया जाए। रैली में रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के नेता रामदास अठावले भी मौजूद थे।

ठाकरे ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को पसंद करने और घोटालों को लेकर आवाज न उठाने पर अपने भतीजे और एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे की भी आलोचना की।



उन्होंने कहा, 'मैं अपनी सभी सम्पत्ति आपके नाम ट्रांसफर कर दूंगा। आप अपनी सम्पत्ति मेरे नाम कर दें। इसके बाद मेरे पास ज्यादा सम्पत्ति होगी। मैं आपको खुली चुनौती देता हूं।' ठाकरे ने ऐसी चुनौती कांग्रेस नेता नारायण राणे को भी दी।

शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे को कांग्रेस के मुंबई अध्यक्ष कृपाशंकर सिंह ने नोटिस भेजा है। सिंह के अनुसार उनकी संपत्ति को लेकर झूठी खबर छापकर बदनामी की गई है। यदि तीन दिनों के भीतर खबर का खंडन छापकर माफी नहीं मांगी गई तो वे 10 करोड़ रुपए की मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे।

नोटिस में बाल ठाकरे के अलावा पार्टी सांसद व अखबार के कार्यकारी संपादक संजय राऊत और प्रकाशक सुभाष देसाई का भी नाम है।

सिंह के अनुसार पिछले कुछ दिनों से उनके खिलाफ शिवसेना के मुखपत्र में खबरे प्रकाशित की जा रही हैं।  खबर में सिंह के पास मुंबई, जौनपुर और झारखंड में 350 करोड़ रुपए की बेनामी संपत्ति होने का दावा किया गया है।

कृपाशंकर के पास खुद की बेशकीमती 18 गाडियां होने की खबर प्रकाशित हुई थी। सिंह ने इन खबरों को आधारहीन व झूठी बताया है। सिंह के मुताबिक मुंबई मनपा चुनाव में फायदा उठाने के लिए शिवसेना उन्हें बदनाम कर रही है।

उन्होंने अपने वकील के मार्फत  ठाकरे, राऊत व देसाई को नोटिस भेजा है। नोटिस में तीन दिनों के अंदर खंडन छापने की मांग की गई है।
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Palash Biswas
Pl Read:
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