Tuesday, January 17, 2012

Fwd: [Social Equality] ब्राह्मण विदेशी हैं उन्होने अपने कार्यों से साबित...



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From: प्रचंड नाग <notification+kr4marbae4mn@facebookmail.com>
Date: 2012/1/17
Subject: [Social Equality] ब्राह्मण विदेशी हैं उन्होने अपने कार्यों से साबित...
To: Social Equality <wearedalits@groups.facebook.com>


प्रचंड नाग posted in Social Equality.
ब्राह्मण विदेशी हैं उन्होने अपने कार्यों से...
प्रचंड नाग 1:48pm Jan 17
ब्राह्मण विदेशी हैं उन्होने अपने कार्यों से साबित किया है । पेशवा ब्राह्मण था और उसने महारों पर जितने जुल्म ढाये थे उतने अंगर्जों ने भी ब्राह्मणो पर नहीं ढाये । एक विदेशी दुश्मन को किसी विदेशी दोस्त की सहायता से नेस्तनाबूत करना गद्दारी कैसे हो गई ! ब्राह्मण-बनिए तो उन्हें न्योता देते रहे हैं । ब्राह्मणो ने भारत के लोगों से जो-जो छीना वह सब कुछ अंग्रेजों ने भारत के लोगों को बहाल किया वह भी ब्राह्मणो के विरोध के बावजूद । ब्राह्मण यदि इस देश के हैं और भारत के लोग उनके बंधु हैं तो उन्होने भारत के लोगों को शिक्षा ,शस्त्र ,संपत्ति ,सम्मान ,न्याय ,स्वतन्त्रता से वंचित क्यों किया ? इसीलिए ब्राह्मण अंग्रेज़ से कई गुना अधिक बदमाश विदेशी है जो भारत के लोगों का खून सदियों से पी रहा है ।

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Palash Biswas
Pl Read:
http://nandigramunited-banga.blogspot.com/

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