Tuesday, January 17, 2012

Fwd: [Social Equality] रविंद्रनाथ टैगोर उस अछूत जाति के थे, जिसको चांडाल...



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From: Nilakshi Singh <notification+kr4marbae4mn@facebookmail.com>
Date: 2012/1/17
Subject: [Social Equality] रविंद्रनाथ टैगोर उस अछूत जाति के थे, जिसको चांडाल...
To: Social Equality <wearedalits@groups.facebook.com>


Nilakshi Singh posted in Social Equality.
रविंद्रनाथ टैगोर उस अछूत जाति के थे, जिसको...
Nilakshi Singh 7:49pm Jan 17
रविंद्रनाथ टैगोर उस अछूत जाति के थे, जिसको चांडाल कहा जाता है; लेकिन सारे लोग उनको ब्राह्मण मानते हैं. यहां तक कि उनकी जो जीवनी लिखी गई है उसमें भी उनको ब्राह्मण बताया गया है, जबकि ये गलत है. यहां तक की हिंदुत्व की जितनी गहरी और गंभीर आलोचना रविंद्रनाथ टैगोर ने की है, उतनी तत्कालीन किसी दूसरे बड़े लेखक ने नहीं की. उनका सारा लेखन इस बात का उदाहरण है. उन्होंने हमेशा दलित जाति के पक्ष में ही लिखा. लेकिन दुर्भाग्य यह है कि दलित जाति भी उनको स्वीकार नहीं करती. आप किसी भी मंच से उनका नाम नहीं सुनेंगे. जबकि कायदे से तो दलितों को हर मंच पर उनकी तस्वीर लगानी चाहिए.

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Palash Biswas
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http://nandigramunited-banga.blogspot.com/

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