Friday, January 13, 2012

Fwd: [Display India] ब्राह्मण हमारा विश्वास हासिल करते तक प्रगतिशील...



---------- Forwarded message ----------
From: प्रचंड नाग <notification+kr4marbae4mn@facebookmail.com>
Date: 2012/1/13
Subject: [Display India] ब्राह्मण हमारा विश्वास हासिल करते तक प्रगतिशील...
To: Display India <280403591996862@groups.facebook.com>


प्रचंड नाग posted in Display India.
ब्राह्मण हमारा विश्वास हासिल करते तक प्रगतिशील...
प्रचंड नाग 8:00pm Jan 13
ब्राह्मण हमारा विश्वास हासिल करते तक प्रगतिशील बना रहता है । विश्वास हासिल करने के बाद , हमारी सहमति हासिल करने के बाद सनातनी काम करने लगता है । हम सोचते रहते हैं कि यह ब्राह्मण अच्छा है । लेकिन जब तक पता चलता है देर हो चुकी होती है । पुनः उसकी जगह कोई दूसरा प्रगतिशील ब्राह्मण आ जाता है । पीढ़ी दर पीढ़ी यही होते रहता है । हम ठगे जाने को अभिशप्त है । बुद्ध-आंबेडकर के बारे में भी इनकी चालाकी देखिये । जब बुद्ध जिंदा थे इन ब्राह्मणो ने उनका भारी विरोध किया । बुद्ध के निर्वाण के बाद कुछ ब्राह्मणो ने बुद्ध का धम्म स्वीकार किया । बुद्ध की शिक्षाओं में ब्राह्मणी शिक्षा घुसा दी । मतलब बुद्ध की क्रांति खत्म कर दी । लोगों को बुद्ध के नाम पर ब्राह्मणी शिक्षा देने लगे । आज भी यही कर रहे हैं । ब्राह्मणो की वर्तमान पीढ़ी भी यही कर रही है । ये पहले बुद्ध को क्षत्रिय कहते हैं । फिर हिन्दू कहते हैं । फिर अवतार वगैरह कहने लगते हैं । जब बात नहीं बनती तो फिर उन्हें बदनाम करने लगते हैं । कहते हैं बुद्ध के कारण क्षत्रियतत्व नष्ट हो गया । भारत बार-बार हारा । बुद्ध के धम्म में अंधविश्वास है । अरे भाई बुद्ध के नाम पर अंधविश्वास तो ब्राह्मणो ने ही फैलाया है । सम्राट अशोक ने 60000 ब्राह्मण भिक्कु का चीवर छीन लिया था क्योंकि वे बुद्ध के नाम पर ब्राह्मण-धर्म का प्रचार कर रहे थे । हमने एक चीज सीखी है अपने अनुभवों से कि ब्राह्मण अंतिमतः ब्राह्मण होता है । वह आदमी नहीं होता । वह बौद्ध-मुस्लिम-ईसाई या कुछ भी कभी नहीं होता । दुर्भाग्य से ब्राह्मण बौद्ध-मुस्लिम-ईसाई धर्म में भी धर्मांतरित हो गए हैं और वहाँ भी उन्होने ब्राह्मणी कहर ढाया है । आज धर्मांतरित ब्राह्मणो का कब्जा बौद्धो के विहारों व संस्थाओं ,मुस्लिमों के मस्जिदों-संस्थाओं ,इसाइयों के गिरजाघरों व संस्थाओं ,सिखों के गुरुद्वारा व संस्थाओं में है तथा वहाँ भी उन्होने जाति व्यवस्था लागू की हुई है व मलाई खा रहे हैं । याद रखना होगा कि ब्राह्मण अंततः ब्राह्मण होता है और कुछ भी नहीं । वह आदमी नहीं होता ।

View Post on Facebook · Edit Email Settings · Reply to this email to add a comment.



--
Palash Biswas
Pl Read:
http://nandigramunited-banga.blogspot.com/

No comments: