Thursday, January 26, 2012

नारायण दत्त तिवारी का जलवा अभी भी कायम!

Friday, 27 January 2012 09:40

सुनील दत्त पांडेय 
हल्द्वानी (उत्तराखंड), 27 जनवरी। उत्तराखंड  के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी का जलवा अभी भी बरकरार हैं। इसीलिए तिवारी ने पार्टी हाईकमान से छह टिकट हासिल कर लिए। तिवारी के भतीजे मनीष तिवारी गदरपुर, विकासनगर से तिवारी के रिश्तेदार नव प्रभात, उनके ओएसडी रहे आयेंद्र शर्मा सब्सपुर, काशीपुर से अपने नजदीकी मनोज जोशी को टिकट दिलवाने में कामयाब रहे। मनोज जोशी को काशीपुर से वैसे तो टिकट तिवारी के चेले नैनीताल के सांसद केसी बाबा के कोटे से टिकट मिला था। परंतु जब तिवारी ने मनीष तिवारी के लिए टिकट मांगा तो उन्हें कांग्रेस हाईकमान मनोज जोशी का टिकट काट कर काशीपुर से टिकट दे रहा था। परंतु तिवारी की मनोज जोशी से पारिवारिक नजदीकी होने के कारण तिवारी ने मनोष तिवारी का टिकट गदरपुर से करवा दिया और मनोज जोशी का टिकट काशीपरु से ही रहने दिया। इस तरह तिवारी ने मनोज जोशी को अपना आशीर्वाद दे दिया। जिससे काशीपुर से मनोज जोशी की स्थिति और मजबूत हो गई।
तिवारी ने हल्द्वानी में इंदिरा हृदयेश, मदरपुर में मनीष तिवारी के पक्ष में रोड शो निकाला तो जनसमूह तिवारी के पीछे उमड़ पड़ा। उसके बाद तिवारी ने सतपाल महाराज की पत्नी अमृता रावत के पक्ष में रामनगर अपने चेले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष यशपाल आर्य के समर्थन में बाजपुर सुरक्षित सीट रोड शो निकाला। तिवारी के रोड शो को इन दोनों जगहों पर भी यहां की जनता ने हाथों-हाथ ले लिया। तिवारी की सरकार में उन्होंने पांच साल में उत्तराखंड का ढांचागत व औद्योगिक विकास किया। सिद्रकुल की स्थापना की उससे तिवारी के चाहने वाले पूरे उत्तराखंड में हैं। तिवारी के पांच साल की उपब्धियों और भाजपा के पांच साल की नाकामी को भुना कर ही कांग्रेस सूबे की जनता


से समर्थन मांग रही है। जबकि तिवारी का नाम लेने से सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रणब मुखर्जी, वीरेंद्र सिंह सभी नेता परहेज कर रहे हैं। इन नेताओं ने कांग्रेस के पांच साल के काम की उपलब्धि तो गिनाई, परंतु तिवारी  का जिक्र नहीं किया। परंतु जिस तरह से तिवारी ने अपने संसदीय क्षेत्र नैनीताल में  रोड शो किया उसमें तिवारी का जलवा देखने को मिला। तिवारी की गलतियों को उत्तराखंड की जनता भूल गई है। उत्तराखंड की जनता ने तिवारी को उनकी गलतियों के लिए माफ कर दिया है। तिवारी की कमियों की नहीं उनकी खूबियों की उत्तराखंड के लोग आजकल चर्चा करते हैं। उनके शासन काल को स्वर्णयुग मानते हैं। हल्द्वानी ने बृजमोहन जोशी कहते हैं कि तिवारी के पांच साल में उत्तराखंड का जो विकास किया, वह आज तक कोई मुख्यमंत्री नहीं कर पाया। यदि सोनिया गांधी 2007 के विधानसभा चुनाव में तिवारी को आगे करके चुनाव लड़वातीं और तिवारी की उपेक्षा न करतीं तो कांग्रेस की सूबे में फिर से सरकार बनती और तिवारी के नेतृत्व में राज्य 'चमन'  बन जाता।
उद्योग जगत से जुड़े हरेंद्र गर्ग कहते हैं कि तिवारी की कार्यकुशलता व उनकी  दूर दृष्टि की वजह से ही उत्तराखंड में देश-विदेश से बड़े उद्योगपति उत्तराखंड में उद्योग लगाने आए। तिवारी के 'महिला प्रेम' को लेकर उत्तराखंड में कोई अब बात करने को तैयार नहीं हैं। तिवारी के विकास के विजन को लोग ज्यादा प्राथमिकता देते हैं। इस तरह तिवारी का जलवा आज भी उत्तराखंड में कायम हैं। और इसलिए तिवारी को कांग्रेस हाईकमान ने ज्यादा तवज्जो दी हैं। उनके समर्थकों व रिश्तेदारों को टिकट दिए गए हैं। अब तिवारी का अगला रोड शो कालादूंगी व काशीपुर में होगा। इतनी कड़ाके की ठंड में तिवारी ने सक्रियता दिखा कर अपने विरोधियों के होश उड़ा दिए हैं।

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